आलेख स्वास्थ्य व्यायाम के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं February 23, 2021February 23, 2021 Lokesh Bhardwaj खोखले दावे करते स्लिमिंग सेंटर आज हरी गली-कूचे में खुलते ही जा रहे हैं और लोग यहां आकर अपना समय व पैसा दोनों बरबाद कर
आलेख विविध आदिवासी समाज का प्रेम पर्व- भगोरिया का मेला February 11, 2021 Lokesh Bhardwaj अंगारों से दहकते टेसू के फूलों और रंग-गुलाल के बीच मध्यप्रदेश के मालवा अंचल के आदिवासी इलाकों में होली से सात दिन पहले आदिवासियों के
आलेख विविध वेलेन्टाईन डे का भूत, भारत में February 9, 2021 Lokesh Bhardwaj हर आमचुनाव से पहले मतदाता सूची के नवीनीकरण का काम होता है. इस बार जो नवीनीकरण हुआ है उसमें १४ करोड़ नौजवान जुड़े हैं. इन
आलेख स्वास्थ्य तुलसी की आयुर्वेद में महत्ता? क्या है तुलसी के फायदे? February 7, 2021February 6, 2021 Lokesh Bhardwaj आयुर्वेद शास्त्रा में तुलसी की आवश्यकता और उपयोगिता पर विशेष बल दिया है। इसका पौधा सर्वत्रा उगता हुआ दिखता है। यहाँ तुलसी की धार्मिक महत्ता
आलेख विविध आतंकवाद का मनोविज्ञान, समाज के विभिन्न स्तरों पर आतंकवाद February 6, 2021 Lokesh Bhardwaj दुनिया में जब आतंकवादी गतिविधियां फैलने लगीं तो अन्य विषयों की तरह यह भी वैज्ञानिक अनुसंधान का मुद्दा बन गया। शुरू में यह माना जाने
आलेख स्वास्थ्य आयुर्वेद में नपुंसकता क्या है? इसके उपाय क्या है? February 2, 2021February 2, 2021 Lokesh Bhardwaj पौराणिक आख्याओं के अनुसार राजा दशरथ को ढलती आयु में सन्तानोत्पति में असमर्थता दिखने लगी तो गुरू वशिष्ठ का सत्परामर्श ग्रहण करते हुए श्रृंगीषि से
अध्यात्म आलेख इच्छामृत्यु का वैज्ञानिक विश्लेषण January 23, 2021January 23, 2021 Lokesh Bhardwaj जीवन का ज्ञात भाग एक रेखा है जो जन्म और मृत्यु के दो बिन्दुओं पर खींची गयी है। व्यक्ति की सत्ता का वृहत भाग अज्ञात
आलेख कुम्भ मेला जड़वादियों और चेतनवादियों का युद्ध है कुम्भ January 21, 2021January 21, 2021 Lokesh Bhardwaj कुम्भ राशि गत सुर-गुरु, बृहस्पति द्वारा प्रेरित महाकुम्भ का महापर्व हरिद्वार में क्यों मनाया जाता है! हरिद्वार, जो प्राचीनतम मायापुरी क्षेत्रा का अभिन्न अंग, गंगा
आलेख विविध अमृत का कलश पूरा का पूरा ही असुरों के चंगुल में January 13, 2021January 20, 2021 Lokesh Bhardwaj महाकुंभ की पौराणिक, ऐतिहसिक, काल्पनिक या वैज्ञानिक चर्चाओं से हिन्दु संस्कृति एवं भावनाओं का अटूट सम्बन्ध है। इस सम्बन्ध को विकृत स्वरूप दिये जाने की
आलेख कुम्भ मेला संतो के अखाड़े ही है, भारतीय संस्कृति के रक्षक October 9, 2020January 21, 2021 Lokesh Bhardwaj आदि जगद्गुरु शंकराचार्य से पूर्व संतों-संन्यासियों के पद नाम नहीं थे, लेकिन विगत शताब्दियों में दशनाम संन्यासियों के पद नाम उनके नामों से जुड़ने पर